संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए मुख्य विषय का गहन अध्ययन जरूरी।
संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए मुख्य विषय का गहन अध्ययन जरूरी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा आयोजित करता है। विशाल पाठ्यक्रम और कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण यह परीक्षा प्रदेश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। यह परीक्षा सिर्फ अभ्यर्थियों के ज्ञान और व्यक्तित्व का ही नहीं बल्कि उनके धैर्य, साहस और जुझारूपन का भी परीक्षण करती है।
इंजीनियरिंग डिग्रीधारक हजारों उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी में लगे हुए हैं। इस परीक्षा में सफल होने के लिए सिर्फ गंभीर एवं विस्तृत अध्ययन ही आवश्यक नहीं है, अपितु यह समझना भी महत्त्वपूर्ण है कि परीक्षा के उन दो घंटों में आप क्या करते हैं और कैसे करते हैं? परीक्षा की बेहतर रणनीति और पुख्ता समय प्रबंधन से मुख्य परीक्षा के द्वार तक पहुंचा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी)
विषयवार करें परीक्षा की तैयारी
संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा में सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी और इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड से 150 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होता है। इनमें से प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए विशिष्ट रणनीतियों की आवश्यकता होती है। विषयवार तैयारी युक्तियां नीचे दी गई हैं।
सामान्य ज्ञान : परीक्षा में सामान्य ज्ञान विषय का एक विशेष सेक्शन है। इसका उद्देश्य उम्मीदवारों के सामान्य ज्ञान का टेस्ट करना होता है। इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए समसामयिक मामलों, आर्थिक और वित्तीय जागरूकता, सरकारी योजनाओं और हालिया घटनाक्रमों पर ध्यान दें। अपने ज्ञान का परीक्षण करने के लिए बहुविकल्पीय प्रश्नों को अधिक से अधिक हल करने का अभ्यास करें।
सामान्य हिंदी : यह सेक्शन आपकी क्षमता, व्याकरणिक दक्षता और शब्दावली ज्ञान पर निर्भर करता है, इसलिए इनमें अच्छा प्रदर्शन करना होगा। परीक्षा में इस सेक्शन से भी 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस सेक्शन को 30 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें। शब्दावली और भाषा की समझ को बेहतर बनाने के लिए समाचार पत्रों, पत्रिकाओं या किसी अन्य स्रोत को पढ़ना शुरू करें। व्याकरण के नियमों को सीखने और उनकी समीक्षा करने का प्रयास करें।
इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड : उम्मीदवारों के तकनीकी ज्ञान के मूल्यांकन के लिए इससे सेक्शन से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस सेक्शन से सर्वाधिक 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, इसलिए यह उच्च स्कोरिंग माना जाता है। निर्धारित समय के भीतर प्रश्नों का उत्तर देना महत्वपूर्ण है। इसलिए इस सेक्शन को 60 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।
ये टिप्स भी अपनाएं
नोट्स बनाकर पढ़ाई करें
प्रत्येक अध्याय से महत्वपूर्ण अवधारणाओं को नोट करें और विषयों को अच्छी तरह से समझने और याद रखने के लिए नोट्स बनाएं। नोट्स बनाना भी खुद में एक कला है। जिस अभ्यर्थी को नोट्स अच्छे से बनाने आते हैं समझिए उसने परीक्षा पास करने की तरफ एक कदम तो ऐसे ही बढ़ा दिया। क्योंकि यह अंतिम समय में रिवीजन में बहुत उपयोगी होता है। नोट्स बनाने के लिए मेहनत के साथ साथ एक बेहतर रणनीति बनाने की भी जरूरत होती है।
नियमित रिवीजन करें
अक्सर देखने में आता है कि कई छात्र सालभर तैयारी में उलझे रहते हैं लेकिन परीक्षा के अंतिम लम्हों में रिवीजन करने का समय बचता नहीं नहीं है। सफल होने के लिए कई सारी जानकारियां लंबे समय तक याद रखनी होती हैं लेकिन रिवीजन के अभाव में परीक्षा के दौरान कई बातें दिमाग से निकल जाती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि जिन विषयों और घटनाओं को आपने पढ़ा है, उसका नियमित रिवीजन अवश्य करें।
मॉक टेस्ट का सहारा लें
मॉक टेस्ट भी परीक्षा में सफलता दिलाने में काफी मददगार साबित होते हैं। कई उम्मीदवार मॉक टेस्ट हल करने के लिए पाठ्यक्रम पूरा करने का इंतजार करते हैं, लेकिन ऐसा करना उचित नहीं होता। जितना पाठ्यक्रम कवर हो गया हो, परीक्षार्थी को नियमित अंतराल पर उसका मॉक टेस्ट हल करते रहना चाहिए। इससे अपनी तैयारी का भी पता चलता है।
एकाग्रता बनाए रखें
परीक्षा में सफल होने के लिए जरूरी है कि आप अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्र रहें। पढ़ाई के दौरान यदि आपका ध्यान भटका तो पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। इसके लिए अनिवार्य है कि लगातार सकारात्मक बने रहें। किसी के साथ व्यर्थ के वाद-विवाद में न उलझें। क्योंकि इससे बेवजह का मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। परीक्षा से कुछ दिन पहले लंबी यात्रा करने से भी बचें। यह मानसिक रूप से थकाऊ साबित हो सकता है।
आत्मविश्वास भी जरूरी
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि जी-तोड़ मेहनत और अध्ययन के बावजूद अनेक छात्र परीक्षा भवन में अपेक्षित आत्मविश्वास से नहीं जा पाते हैं। कई तरह की आशंकाएं, परीक्षा में असफल होने का अनजाना डर उन पर हावी रहता है। यदि कोई परीक्षार्थी इस तरह की किसी समस्या से जूझ रहा है तो किसी विशेषज्ञ का सलाह लेना बेहतर होता है।
पाठ्यक्रम (सिलेबस) :
सामान्य अध्ययन : सामान्य विज्ञान (हाईस्कूल स्तर), भारत का इतिहास, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भारतीय राजतंत्र, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति, भारतीय कृषि, वाणिज्य एवं व्यापार, भारत एवं उत्तर प्रदेश का भूगोल एवं प्राकृतिक संसाधन, अधुनातन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्वपूर्ण घटनाक्रम, सामान्य बौद्धिक एवं तार्किक क्षमता, उत्तर प्रदेश की शिक्षा, संस्कृति, कृषि, उद्योग, व्यापार एवं रहन-सहन और सामाजिक प्रथाओं के संबंध में विशिष्ट जानकारी, पारिस्थितिकी तथा पर्यावरण।
सामान्य हिंदी : वर्ण और वर्णमाला, शब्द, वाक्य, पद, हिंदी वर्णमाला के विराम चिह्न, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, समुच्य बोधक, विस्म्याधिबोधक, सम्बोधक, लिंग, वचन, कारक, उपसर्ग और प्रत्यय, अव्यय, वाच्य, संधि, छंद, समास, अलंकार, रस, तत्सम और तद्भव, काल, पर्यायवाची, विलोम शब्द, अनेकार्थी शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, लोकोक्तिया और मुहावरे, विराम चिह्न, वाक्य भेद, उपसर्ग और प्रत्यय, वर्तनी शुद्धि।
इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड : डिजाइन और ड्राइंग के सामान्य सिद्धांत, अभियांत्रिकी पदार्थ, ऊष्मागतिकी के मूल सिद्धांत, परियोजना प्रबंधन के मूल सिद्धांत, औद्योगिक सुरक्षा और सुरक्षा मानक, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धि और रोबोटिक्स के मूल सिद्धांत, मशीनरी के रखरखाव के प्रकार, हरित ऊर्जा, मापन और मापयंत्रण के मूल सिद्धांत, इंजीनियरिंग व्यवसाय में नैतिकता और मूल्य, उत्पादों का भंडारण, उत्पादन और निर्माण, दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका।
चयन प्रक्रिया
प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
परीक्षा का प्रारूप
● प्रारंभिक परीक्षा 300 अंकों की होगी, जिसमें 150 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे।
● सामान्य अध्ययन और सामान्य हिंदी से 25-25 प्रश्न और इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड से 100 प्रश्न होंगे।
● परीक्षा की अवधि दो घंटे की होगी। प्रत्येक गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक की कटौती होगी।
● प्रारम्भिक परीक्षा में सफल उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा में बैठ सकेंगे।
इन पुस्तकों का अध्ययन करें
सामान्य ज्ञान : लुसेंट पब्लिकेशन
सामान्य ज्ञान, लेखक : मनोहर पांडे
संपूर्ण हिंदी व्याकरण और रचना, लेखक : डॉ. अरविंद कुमार
आधुनिक हिंदी व्याकरण और रचना, लेखक : डॉ. वासुदेवनंदन प्रसाद
औद्योगिक इंजीनियरिंग और प्रबंधन, लेखक : ओपी खन्ना
मशीन तत्वों का डिजाइन, लेखक : वीबी भंडारी
पदार्थों की यांत्रिकी, लेखक : बीसी पुनमिया
इंजीनियरिंग ऊष्मप्रवैगिकी, लेखक : पीके नाग
परीक्षा से एक दिन पहले ये उपाय अपनाएं
● अत्यधिक तनाव न लें। रात में भरपूर नींद लें ताकि परीक्षा वाली सुबह पूरी तरह से तरोताजा रह पाएं।
● परीक्षा से एक दिन पहले अत्यधिक पढ़ाई करने की बजाय परीक्षा की रणनीति को और पुख्ता करें।
● अभ्यर्थियों को खाने-पीने में ऐसी चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ जाए।
● ऐसे मित्रों से बात भी नहीं करनी चाहिए, जो बेफिजूल के प्रश्न पूछकर आपके आत्मविश्वास को डिगा दें।
● जरूरी बातों की सूची तैयार कर लें और घर से निकलते समय उसकी जांच अवश्य करें।
इन बातों का भी ध्यान रखें
● आंसरशीट मिलने के बाद उसमें दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। नियत स्थान पर अपना अनुक्रमांक, हस्ताक्षर तथा अन्य सूचनाएं अंकित करें।
● प्रश्न पत्र मिलने पर प्रश्नों को हल करने से पहले उसके महत्त्वपूर्ण निर्देशों को अवश्य पढ़ लें। संभव है कि उन निर्देशों में कोई महत्त्वपूर्ण और नई सूचना मिल जाए।
● संपूर्ण प्रश्नपत्र को एक बार सरसरी निगाह से देखने के बाद पुन: समय व्यवस्थित करें, जिससे प्रश्नपत्र पूरा करने में समय कम न पड़े।
● प्रश्नों को जल्दी में न पढ़ें बल्कि शांति और धैर्य के साथ प्रश्न को दो-तीन बार पढ़ें और सुनिश्चित करें कि वास्तव में क्या पूछा जा रहा है।
● अपने उत्तर की समीक्षा करने और त्रुटियों को ठीक करने के लिए बाद में कुछ समय बचाकर रखें।
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रूपेश कुमार: शिक्षा विशेषज्ञ और लेखक के विषय में।
रूपेश कुमार एक समर्पित शिक्षाविद् और लेखक हैं, जिनके पास शिक्षा के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है। उन्होंने शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन अध्ययन और शोध किया है, और अपने ज्ञान को छात्रों और सहकर्मियों के साथ साझा करने में विश्वास रखते हैं। रूपेश ने शिक्षा की प्रभावी विधियों, शिक्षण तकनीकों और छात्र विकास पर कई लेख और पुस्तकें लिखी हैं। उनका उद्देश्य शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और रोचक बनाना है, ताकि हर छात्र अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त कर सके। इस वेबसाइट पर नौकरी और शिक्षा से संबंधित जानकारी दी जाती है। यह सरकारी वेबसाइट नहीं है।
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