अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नर्सिंग ऑफिसर बनने के लिए तैयारी ऐसे करें।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नर्सिंग ऑफिसर बनने के लिए तैयारी ऐसे करें।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) समेत विभिन्न केंद्रीय संस्थानों एवं अस्पतालों में मरीजों की देखभाल, सभी परीक्षणों का अवलोकन, रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग का कार्य नर्सिंग ऑफिसर का होता है। नर्सिंग ऑफिसर समेत विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए एम्स भी लिखित परीक्षा आयोजित करता है। परीक्षा 26 फरवरी से 28 फरवरी 2025 तक प्रस्तावित है।

यह परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है, इसलिए अभ्यर्थियों को कड़ी मेहनत के साथ तैयारी करनी होती है। यह परीक्षा उन अभ्यर्थियों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है जो पहली बार आवेदन कर रहे हैं। इस परीक्षा में सफल होने के लिए प्रभावी समय प्रबंधन, सटीकता और गति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। नर्सिंग जैसे स्कोरिंग विषय पर फोकस कर आप इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं।

सफलता के सूत्र :

●परीक्षा की तैयारी एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया होती है। अपने मनोबल को बनाए रखने के लिए लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें।

●उन विषयों की सूची बनाएं जिन्हें आप आसान और कठिन के रूप में वर्गीकृत करते हैं और उसी के अनुसार उन पर समय दें।

●शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। पर्याप्त नींद और स्वस्थ आहार लें। सकारात्मक रहें और अपनी तैयारी पर पूर्ण विश्वास रखें।

चयन प्रक्रिया: कंप्यूटर आधारित परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।

परीक्षा का प्रारूप

●कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) कुल 400 अंकों की होगी, जिसमें 100 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे।

●प्रश्न पत्र में सामान्य ज्ञान एवं योग्यता और कंप्यूटर ज्ञान से 25 प्रश्न, नर्सिंग विषय से 75 प्रश्न होंगे।

●प्रश्न पत्र को 18 मिनट की अवधि में पांच खंडों में विभाजित किया जाएगा, जहां प्रत्येक खंड में 20 प्रश्न होंगे।

●परीक्षा की अवधि 90 मिनट होगी। प्रत्येक गलत जवाब होने पर एक चौथाई अंक की कटौती की जाएगी।

●सामान्य वर्ग/ ईडब्ल्यूएस को न्यूनतम 30, ओबीसी वर्ग को 35, एससी/ एसटी वर्ग और दिव्यांगों को 30 अंक प्राप्त करना होगा।

विषयवार करें परीक्षा की तैयारी

नर्सिंग ऑफिसर भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले पाठ्यक्रम और परीक्षा के प्रारूप के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। इससे आपको यह भी पता चल जाता है कि परीक्षा में किस तरह के सवाल पूछे जाएंगे। नर्सिंग ऑफिसर भर्ती परीक्षा में 100 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए चार अंक निर्धारित हैं। प्रश्न पत्र को हल करने के लिए 90 मिनट का समय मिलेगा और प्रत्येक गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक की कटौती होगी। इनमें से प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए विशिष्ट रणनीतियों की आवश्यकता होती है। विषयवार तैयारी युक्तियां नीचे दी जा रही हैं।

सामान्य ज्ञान एवं योग्यता और कंप्यूटर ज्ञान

इसका सेक्शन का उद्देश्य उम्मीदवारों के सामान्य ज्ञान और कंप्यूटर ज्ञान का आकलन करना है। इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए समसामयिक मामलों, आर्थिक और वित्तीय जागरूकता, सरकारी योजनाओं और हालिया घटनाक्रमों पर ध्यान दें। अपने सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए नियमित समाचार पत्र पढ़ें और न्यूज चैनल देखें। कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी होना भी आवश्यक है। गणित के प्रश्नों को हल करने के लिए, प्रासंगिक सूत्रों, कुछ शॉर्टकट तकनीकों आदि को याद रखना आवश्यक है।

नर्सिंग विषय

यह सेक्शन व्यावहारिक कौशल और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर केंद्रित है। इस सेक्शन से सर्वाधिक 75 प्रश्न पूछे जाते हैं। इस सेक्शन की तैयारी के लिए नर्सिंग की शिक्षा और प्रशिक्षण पर अधिक ध्यान देना चाहिए। जिस विषय में नर्सिंग से सबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए नर्सिंग विषय का गहनता से अध्ययन करना चाहिए। इस सेक्शन को 60 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।

तैयारी के दौरान ये न करें

●प्रत्येक विषय को रटने या कई स्रोतों से सीखने से बचें। इससे भ्रम की स्थिति पैदा होती है।

●अपनी तुलना दूसरों से करने से बचें, क्योंकि इससे आपकी पढ़ाई में रुचि कम हो सकती है।

●उम्मीदवार चिंतित होने से बचें, क्योंकि चिंता उच्च अंक प्राप्त करने में मदद नहीं करती है।

पाठ्यक्रम (सिलेबस)

सामान्य ज्ञान : भारतीय संसद, भारतीय राजव्यवस्था, भारतीय अर्थव्यवस्था, बजट और पंचवर्षीय योजनाएं, प्रसिद्ध कलाकार, खेल, साहित्य, सामान्य विज्ञान, जीव विज्ञान, आविष्कार और खोज, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर्यटन, विरासत, भारत के प्रसिद्ध स्थान, भूगोल, भारतीय इतिहास, देश और राजधानियां, प्रसिद्ध दिन और तारीखें, पुस्तकें और लेखक, पुरस्कार और सम्मान, नदियां, झीलें और समुद्र, पर्यावरण के मुदृदे, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठन।

मात्रात्मक रूझान : संख्या प्रणालियां, पूर्ण संख्याओं की गणना, लघुत्तम और महत्तम, दशमलव, भिन्न, संख्याओं के बीच संबंध, मौलिक अंकगणितीय संक्रियाएं, प्रतिशत, अनुपात और समानुपात, औसत, सरल एवं चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ और हानि, छूट, तालिका और ग्राफ का उपयोग, क्षेत्रमिति, काम और समय, समय और दूरी, अनुपात और समय, समय और कार्य।

कंप्यूटर का ज्ञान : फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर, जनरेशन ऑफ कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, शॉर्टकट कुंजियां, नेटवर्किंग, इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान, एमएस ऑफिस, डाटाबेस, कंप्यूटर का इतिहास, सुरक्षा उपकरण, इनपुट-आउटपुट डिवाइस, माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एमएस वर्ड, एमएस पावर प्वाइंट, एमएस एक्सेल, कंप्यूटर आर्किटेक्चर, कंप्यूटर हार्डवेयर, मेमोरी और डाटा स्टोरेज, नेटवर्किंग, कंप्यूटर सुरक्षा और नैतिकता, इंटरनेट, कंप्यूटर वायरस आदि।

नर्सिंग : नर्सिंग के मौलिक सिद्धांत, नर्सिंग विषयों पर बुनियादी जानकारी, नर्सिंग मैनेजमेंट, मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग (पैथोलॉजी और फार्माकोलॉजी सहित), नर्सिंग शिक्षा (ई-तकनीक सहित), बाल चिकित्सा नर्सिंग, मानसिक स्वास्थ्य नर्सिंग, नर्सिंग प्रबंधन, नर्सिंग अनुसंधान और सांख्यिकी, प्रसूति और स्त्री रोग नर्सिंग, सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग, एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, पोषण और आहार विज्ञान, माइक्रोबायोलॉजी, जैव रसायन आदि।

ये टिप्स भी अपनाएं

पाठ्यक्रम का विश्लेषण करें : परीक्षा में प्रश्नों का स्तर हर साल बदलता रहता है। परीक्षा की तैयारी में उन अध्यायों को अवश्य पढ़ना चाहिए जो प्रासंगिक हैं। पाठ्यक्रम की मदद से उम्मीदवार महत्वपूर्ण विषयों और अध्यायों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। अध्ययन योजना तैयार करते समय आप कठिन विषयों और अध्यायों को सूचीबद्ध कर सकते हैं।

नोट्स बनाएं : प्रत्येक अध्याय से महत्वपूर्ण अवधारणाओं को नोट करें और विषयों को अच्छी तरह से समझने और याद रखने के लिए नोट्स बनाएं। यह अंतिम समय में रिवीजन में बहुत उपयोगी होता है। इससे आपकी समझ मजबूत होती है। इसके अलावा आपके समय की भी बचत होती है।

विषयों को दोहराएं : परीक्षा से कुछ दिन पहले का समय गहन अध्ययन के लिए नहीं है। उम्मीदवारों को इस समय को महत्वपूर्ण विषयों के पुनरीक्षण के लिए समर्पित करना चाहिए। अपने मजबूत क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें। जिन विषयों को आपने कवर किया है, उन्हें दोहराएं ताकि आपको उन क्षेत्रों में सुधार करने में मदद मिल सके और परीक्षा के दौरान उन्हें आसानी से याद किया जा सके।

नियमित अध्ययन करें : परीक्षा में सफल होने के लिए नियमित रूप से अध्ययन करने की आवश्यकता होती है। परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थी दैनिक, साप्ताहिक और मासिक अध्ययन कार्यक्रम बनाएं। इसमें सभी विषयों को व्यवस्थित रूप से शामिल करें। इससे पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने और परीक्षा के दिन से पहले पर्याप्त अभ्यास करने में मदद मिलेगी।

समय प्रबंधन जरूरी : परीक्षा में समय का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। उम्मीदवारों को कम समय में प्रश्नों को हल करना होता है। यदि आपका समय प्रबंधन के कौशल में मजबूत पकड़ बना लेते हैं, तो अतिरिक्त समय का उपयोग आप उत्तरों को संशोधित करने या लंबे या कठिन प्रश्नों पर अतिरिक्त ध्यान देने में कर सकते हैं। पेपर हल करते समय उम्मीदवारों को एक प्रश्न पर एक मिनट से अधिक समय नहीं देना चाहिए।

पिछले वर्ष के पेपर को हल करें : परीक्षा की तैयारी को मजबूत करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए। इससे, आपको परीक्षा संरचना, कठिनाई का स्तर और परीक्षा में पहले पूछे गए अंकों के वेटेज वाले प्रश्नों की जानकारी मिलती है। इस तरह आप अपनी तैयारी का स्तर निर्धारित कर सकते हैं। यह आपके आत्मविश्वास और दृष्टिकोण को बढ़ाएगा।

मॉक टेस्ट का अभ्यास करें : परीक्षा की तैयारी स्तर को जानने का सबसे अच्छा और सबसे प्रभावी तरीका मॉक टेस्ट है। नियमित रूप से मॉक टेस्ट का प्रयास करके आप गति, सटीकता और समग्र तैयारी स्तर में सुधार कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह मॉक टेस्ट मजबूत और कमजोर क्षेत्रों को निर्धारित करने में मदद करता है और आपको कमजोर क्षेत्रों में सुधार के लिए अधिक समय आवंटित करने की अनुमति देता है।

सटीकता बनाए रखें : परीक्षा में सटीकता और गति बनाए रखना जरूरी होता है। चूंकि परीक्षा में एक चौथाई अंक का नकारात्मक अंकन है, इसलिए उम्मीदवारों को परीक्षा में अनुमान लगाने से बचना चाहिए। सटीकता के साथ अपने प्रश्न हल करने की गति को बेहतर बनाने के लिए अधिक से अधिक अभ्यास करें।

अच्छी पुस्तकों का चयन करें : अभ्यर्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का चयन करना चाहिए। उम्मीदवारों को अपनी तैयारी को आसान बनाने के लिए विशेषज्ञ-अनुशंसित किताबों का चयन करना चाहिए। सही किताबों के चयन से बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट करने और संबंधित अध्यायों को जल्दी पूरा करने में भी मदद मिलती है।

समय व्यर्थ न करें : परीक्षा में सफल होने के लिए मेहनत करनी होती है। वर्तमान में हमारे आसपास कई ऐसी चीजें हैं जिससे व्यक्ति का समय व्यर्थ होता ही है जैसे मोबाइल, लैपटॉप आदि। आपको परीक्षा की तैयारी के लिए इन सभी चीजों से बचने की जरूरत है, इसीलिए यह जरूरी है कि आप सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान दें। समय व्यर्थ न करें। सही तरीके से परीक्षा की तैयारी करने पर ही आप सफल हो सकते हैं।

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