संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त चिकित्सा सेवा (सीएमएस) परीक्षा कि तैयारी ऐसे करें।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त चिकित्सा सेवा (सीएमएस) परीक्षा देश की कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक है। केंद्र सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चिकित्सा अधिकारी के रूप में चयनित होने का सपना लेकर हर साल हजारों उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होते हैं। उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या के कारण इस परीक्षा का कठिनाई स्तर भी बढ़ा है। इसकी तैयारी के लिए असाधारण कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। इस परीक्षा का आयोजन दो चरणों (लिखित परीक्षा और साक्षात्कार) में होता है। यह परीक्षा 20 जुलाई 2025 को प्रस्तावित है। अभ्यर्थियों के पास तैयारी के लिए अभी भी चार माह से अधिक का समय है। जनरल मेडिसिन जैसे स्कोरिंग विषय का गहन अध्ययन कर आप इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं।
टाइम-टेबल बनाकर पढ़ें
संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा का पाठ्यक्रम बेहद विशाल है इसलिए सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि वे सभी विषयों और टॉपिक्स को पर्याप्त समय दें। इसके लिए टाइम टेबल बनाना बेहद जरूरी है। यह आपको सभी विषयों को जल्दी से कवर करने और व्यवस्थित और केंद्रित रहने में मदद करता है। आपको उन क्षेत्रों के बारे में स्पष्ट होना चाहिए जिन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
संक्षिप्त नोट्स बनाएं
परीक्षा की तैयारी के दौरान छोटे नोट्स बनाना उपयोगी होता है। संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा का सिलेबस काफी बड़ा होता है, इसलिए छोटे नोट्स महत्वपूर्ण बिंदुओं का रिवीजन करने में मदद करते हैं। नोट्स में महत्वपूर्ण लाइनों को हाइलाइट कर सकते हैं। नोट्स में अनावश्यक चीजों को लिखने की आवश्यकता नहीं है।
नियमित रिवीजन करें
विषयों का रिवीजन परीक्षा की तैयारी का एक अभिन्न अंग है। यदि आप किसी भी पुस्तक, समाचार पत्र या वेबसाइट से किसी विषय का अध्ययन करते हैं, लेकिन परीक्षा हॉल में इसे याद नहीं कर पाते हैं, तो आपकी पूरी मेहनत बेकार चली जाती है। मनुष्य की अल्पकालिक स्मृति होती है। जो भी उम्मीदवार एक दिन अध्ययन करता है, वह अगले दो दिनों में उसे भूल सकता है। अधिक समय तक सूचना को बनाए रखने के लिए रिवीजन जरूरी है।
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें
परीक्षा की तैयारी में विगत वर्षों के प्रश्नपत्र अहम भूमिका निभाते हैं। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा के पेपर में रुझानों को समझने में मदद मिलती है। आप पूछे गए प्रश्न के प्रकार और कठिनाई स्तर का विश्लेषण कर सकते हैं। परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनाने में यह आपकी मदद करेगा।
मॉक टेस्ट का अभ्यास करें
परीक्षा की तैयारी के लिए आदर्श तरीकों में से एक मॉक टेस्ट का अभ्यास करना है। मॉक टेस्ट पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का आकलन करके तैयार किया जाता है, जिन्हें हल करके आप अपनी तैयारी के स्तर को जांच सकते हैं। मॉक टेस्ट आपको परीक्षा पैटर्न और पूछे गए प्रश्नों से परिचित होने में भी मदद करता है। इससे आपको अपनी प्रगति को ट्रैक करने और अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने में भी मदद मिलती है।
समय प्रबंधन जरूरी
प्रत्येक परीक्षा में समय प्रबंधन महत्वपूर्ण है इसलिए उम्मीदवारों को यह सीखने की जरूरत है कि कम समय में अपनी सटीकता कैसे सुधारें। अलग-अलग उम्मीदवारों के पास समय प्रबंधन के अलग-अलग तरीके होते हैं, इसलिए यह उन पर निर्भर है कि वे अपने समय का बेहतर उपयोग कैसे करें।
परीक्षा के अनुसार करें तैयारी
संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा परीक्षा 500 अंकों की होगी, जिसमें दो प्रश्न पत्र होंगे। पहले प्रश्न पत्र में सामान्य चिकित्सा और बाल चिकित्सा से संबंधित प्रश्न होंगे जबकि दूसरे प्रश्न पत्र में सर्जरी, स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान और निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों प्रश्न पत्र को हल करने के लिए दो-दो घंटे का समय मिलेगा। प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए विशिष्ट रणनीतियों की आवश्यकता होती है। विषयवार तैयारी युक्तियां नीचे दी गई हैं।
● सामान्य चिकित्सा इस सेक्शन में निवारक देखभाल, नियमित जांच, सामान्य बीमारियों का निदान और पुरानी स्थितियों का प्रबंधन शामिल है। इससे सर्वाधिक 96 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसकी तैयारी के लिए सामान्य चिकित्सा पर अधिक ध्यान देना होगा। इस सेक्शन को 96 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।
● बाल चिकित्सा यह बच्चों की दवा करने की विद्या और व्यापक स्वास्थ्य देखभाल के लिए समर्पित एक चिकित्सा पद्धति है। इसका उद्देश्य उम्मीदवारों के बाल चिकित्सा पर किए गए अध्ययन का परीक्षण करना होता है। इस सेक्शन से 24 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र को निर्धारित समय में पूरा करना होता है, इसलिए इस सेक्शन को 24 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।
● सर्जरी यह एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें डॉक्टर किसी रोग, चोट या अन्य स्वास्थ्य समस्या के उपचार के लिए आपके शरीर में चीरा लगाते हैं। इस सेक्शन की तैयारी के लिए उम्मीदवारों को व्यवहारिक ज्ञान होना भी आवश्यक है। परीक्षा में इस सेक्शन से 40 प्रश्न होंगे। इस सेक्शन को 40 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करें।
● स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान ये चिकित्सा की दो शाखाएं हैं जो महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आवश्यक हैं। स्त्री रोग महिला प्रजनन प्रणाली से जुड़ी स्थितियों और बीमारियों के निदान और उपचार से संबंधित है, जबकि प्रसूति विभाग गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर देखभाल पर ध्यान केंद्रित करता है। परीक्षा में इस सेक्शन से 40 प्रश्न पूछे जाएंगे।
● निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा यह मुख्य रूप से पुनर्वास, उपचारात्मक चिकित्सा, निवारक चिकित्सा, साथ ही स्वास्थ्य संवर्धन के क्षेत्रों में एक संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने से संबंधित है। यह समुदाय स्तर पर संचालित होती है। इसे सेक्शन से भी 40 प्रश्न होंगे।
● सामान्य चिकित्सा कार्डियोलॉजी, श्वसन संबंधी रोग, गैस्ट्रो-आंत्र, जेनिटो-मूत्र, न्यूरोलॉजी, रुधिर विज्ञान, एंडोक्रिनोलॉजी, चयापचय संबंधी विकार, संक्रमण/संचारी रोग, वायरस, सूखा रोग, जीवाणु, स्पाइरोचेटल, प्रोटोजोआ, मेटाज़ोअन, कवक, पोषण, त्वचा के रोग , मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली, मनोरोग, सामान्य एवं आपातकालीन चिकित्सा, सामान्य विषाक्तता, सांप का काटना, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, विटामिन की कमी से होने वाले रोग।
● बाल चिकित्सा सामान्य बचपन की आपात स्थितियां, बुनियादी नवजात देखभाल, सामान्य विकासात्मक मील के पत्थर, बच्चों में दुर्घटनाएं और विषाक्तता, ऑटिज्म सहित जन्म दोष और परामर्श, बच्चों में टीकाकरण।
● सर्जरी घाव, संक्रमण, ट्यूमर, लसीका, रक्त वाहिकाएं, सिस्ट/साइनस, सिर और गर्दन, स्तन, आहार मार्ग, ग्रासनली, पेट, आंत, गुदा, विकास संबंधी, यकृत, पित्त, अग्न्याशय, तिल्ली, पेरिटोनियम, पेट की दीवार, पेट में चोट लगना, यूरोलॉजिकल सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी ईएनटी, थोरैसिक सर्जरी, आर्थोपेडिक सर्जरी, नेत्र विज्ञान, एनेस्थिसियोलॉजी, ट्रॉमेटोलॉजी, सामान्य सर्जिकल बीमारियों का निदान,सर्जिकल रोगियों की देखभाल।
● स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान मिडवाइफरी का काम प्रसव पूर्व स्थितियां, अंतर्गर्भाशयी स्थितियां, प्रसवोत्तर स्थितियां, सामान्य प्रसव या जटिल प्रसव का प्रबंधन। स्त्रत्त्ी रोग विज्ञान अनुप्रयुक्त शरीर रचना विज्ञान पर प्रश्न, मासिक धर्म और निषेचन के व्यावहारिक शरीर क्रिया विज्ञान पर प्रश्न, जननांग पथ में संक्रमण पर प्रश्न, जननांग पथ में नियोप्लाज्मा पर प्रश्न, गर्भाशय के विस्थापन पर प्रश्न, सामान्य प्रसव और सुरक्षित प्रसव प्रथाएं, उच्च जोखिम गर्भावस्था और प्रबंधन, गर्भपात, अंतर्गर्भाशयी विकास मंदता, बलात्कार सहित ओबीजी और गायनी में मेडिकोलीगल जांच। परिवार नियोजन पारंपरिक गर्भनिरोधक, यूडी और मौखिक गोलियां, परिचालन प्रक्रिया, नसबंदी और कार्यक्रमों का आयोजन।
● निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा सामाजिक और सामुदायिक चिकित्सा, स्वास्थ्य, रोग और निवारक चिकित्सा की अवधारणा, स्वास्थ्य प्रशासन एवं योजना, सामान्य महामारी विज्ञान, जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सांख्यिकी, संचारी रोग, पर्यावरणीय स्वास्थ्य, पोषण और स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोग, व्यावसायिक स्वास्थ्य, आनुवंशिकी और स्वास्थ्य, अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य, चिकित्सा समाजशास्त्रत्त् और स्वास्थ्य शिक्षा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं का प्रबंधन।
चयन प्रक्रिया
● लिखित परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण/ साक्षात्कार के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
परीक्षा का प्रारूप
● दोनों प्रश्न पत्र 250-250 अंक के होंगे, जिसमें 120-120 प्रश्न होंगे।
● पहले प्रश्न पत्र मे सामान्य चिकित्सा और बाल चिकित्सा के प्रश्न होंगे।
● दूसरे में सर्जरी, निवारक एवं सामाजिक चिकित्सा,स्त्री रोग से प्रश्न होंगे ।
● दोनों प्रश्न पत्र के लिए उम्मीदवार को दो-दो घंटे का समय दिया जाएगा।
● प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक की कटौती जाएगी।
● लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।
● व्यक्तित्व परीक्षण (पर्सनालिटी टेस्ट) 100 अंकों का होगा।
इन पुस्तकों का अध्ययन करें
● ह्यूमन एनाटोमी, लेखक बीडी चौरसिया
● इम्ब्रियोलॉजी, लेखक आईबी सिंह
● बायोकेमिस्ट्री, लेखक यू. सत्यनारायण
● बेसिक पैथोलॉजी, लेखक रॉबिन और कोट्रान
● इसेंशियल ऑफ मेडिकल फार्माकोलॉजी केडी त्रिपाठी
● टेक्स्ट बुक ऑफ माइक्रोबायोलॉजी, लेखक डीआर अरोड़ा
● टेक्स्ट बुक ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन, लेखक एसएन चुघ
● मेडिसिन प्रेपरेशन मैनुअल फॉर ग्रेजुएट स्टुडेंट जॉर्ज मैथ्यूज
● इमरजेंसी मेडिसिन, लेखक एसएन चुघ
● मनिपाल मैनुअल ऑफ सर्जरी के. राजगोपाल शेनॉय
● क्लिनिकल सर्जरी, लेखक एस दास
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रूपेश कुमार: शिक्षा विशेषज्ञ और लेखक के विषय में।
रूपेश कुमार एक समर्पित शिक्षाविद् और लेखक हैं, जिनके पास शिक्षा के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है। उन्होंने शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन अध्ययन और शोध किया है, और अपने ज्ञान को छात्रों और सहकर्मियों के साथ साझा करने में विश्वास रखते हैं। रूपेश ने शिक्षा की प्रभावी विधियों, शिक्षण तकनीकों और छात्र विकास पर कई लेख और पुस्तकें लिखी हैं। उनका उद्देश्य शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और रोचक बनाना है, ताकि हर छात्र अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त कर सके। इस वेबसाइट पर नौकरी और शिक्षा से संबंधित जानकारी दी जाती है। यह सरकारी वेबसाइट नहीं है।
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