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बैंक अप्रेंटिस भर्ती परीक्षा की तैयारी ऐसे करें।

बैंक अप्रेंटिस भर्ती परीक्षा की तैयारी ऐसे करें।

बैंक अप्रेंटिस भर्ती परीक्षा की तैयारी ऐसे करें।

बैंक ऑफ बड़ौदा अप्रेंटिस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित करता है। हजारों अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते है और उनमें से कुछ सफल भी होते है । यह परीक्षा निश्चित रूप से कठिन होती है, लेकिन अगर आप सही तरीके से तैयारी करें तो आपको परीक्षा में पास होने से कोई नहीं रोक सकता । इसमें सफल होने के लिए कड़ी मेहनत, स्मार्ट अध्ययन और प्रभावी समय प्रबंधन की जरूरत होती है। परीक्षा की तिथि अभी तय नहीं है, इसलिए अभ्यर्थियों के पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय है । अंग्रेजी और कंप्यूटर विषयों पर फोकस कर आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं। 

विषयवार करें परीक्षा की तैयारी

बैंक ऑफ बड़ौदा अप्रेंटिस भर्ती परीक्षा ऑनलाइन आयोजित होगी। इसमें सामान्य/ वित्तीय जागरुकता, सामान्य अंग्रेजी, मात्रात्मक एवं तर्कक्षमता और कंप्यूटर ज्ञान से 100 प्रश्न होंगे, जिसमें प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए विशिष्ट रणनीतियों की आवश्यकता होती है। विषयवार तैयारी युक्तियां नीचे दी गई हैं।
सामान्य / वित्तीय जागरुकता
इस सेक्शन का उद्देश्य उम्मीदवारों के सामान्य / वित्तीय ज्ञान का टेस्ट करना होता है। इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए समसामयिक मामलों, आर्थिक और वित्तीय जागरूकता, सरकारी योजनाओं और हालिया घटनाक्रमों पर ध्यान दें। अपने सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए नियमित समाचार पत्र पढ़ें और न्यूज चैनल देखें । इस सेक्शन को 15 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।
सामान्य अंग्रेजी (जनरल इंग्लिश)
परीक्षा में इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। अंग्रेजी के प्रश्नों को हल करने के लिए ग्रामर की सही समझ जरूरी है। वोकेब्लरी पर भी विशेष ध्यान दें। इसमें सुधार के लिए डिक्शनरी की मदद ले सकते हैं। शब्द सूची बनाने के लिए एक पॉकेट नोट बुक हमेशा साथ रखें। शब्दावली और भाषा की समझ को बेहतर बनाने के लिए समाचार पत्रों, पत्रिकाओं या किसी अन्य स्रोत को पढ़ना शुरू करें। व्याकरण के नियमों को सीखने का प्रयास करें।
मात्रात्मक एवं तर्कक्षमता
परीक्षा में अपना श्रेष्ठतम देने के लिए मात्रात्मक एवं तर्कक्षमता में निपुण होना अति आवश्यक है। इस क्षेत्र में अपना स्कोर सुधारने के लिए गणित और तर्कशक्ति पर मजबूत पकड़ बनानी होगी। परीक्षा में इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। गणित के प्रश्नों को हल करने के लिए, प्रासंगिक सूत्रों, कुछ शॉर्टकट तकनीकों आदि को याद रखना आवश्यक है।
कंप्यूटर ज्ञान (कंप्यूटर नॉलेज)
परीक्षा में इस सेक्शन से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस सेक्शन में कंप्यूटर की बुनियादी बातों जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्किंग और एमएस ऑफिस टूल्स जैसे वर्ड, एक्सेल और पावरपॉइंट के प्रश्न शामिल होंगे। निर्धारित समय के भीतर प्रश्नों का उत्तर देना महत्वपूर्ण है । इसलिए इस सेक्शन को 15 मिनट या उससे कम समय में समाप्त करने का प्रयास करें।

सत्यापन और क्षेत्रीय भाषा परीक्षा के आधार पर योग्य उम्मीदवार का चयन किया जाएगा।
परीक्षा का प्रारूप
■ ऑनलाइन लिखित परीक्षा 100 अंक की होगी, जिसमें 100 प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। 
■ सामान्य / वित्तीय जागरुकता, मात्रात्मक एवं तर्क क्षमता, कंप्यूटर ज्ञान और सामान्य अंग्रेजी से 25- 25 प्रश्न होंगे। परीक्षा की अवधि 60 मिनट होगी। परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में होगी।
■ गलत उत्तर पर
निगेटिव मार्किंग नहीं की जाएगी।
पाठ्यक्रम
■ सामान्य/ वित्तीय जागरुकता (जनरल/ फाइनेंसिशल अवेयरनेस) : करंट अफेयर्स, भूगोल, इतिहास, भारतीय संविधान, भारत एवं पड़ोसी देश, बजट एवं पंचवर्षीय योजनाएं, बैंकिंग एवं बीमा, व्यवसाय एवं अर्थव्यवस्था, सरकार की योजनाएं, समझौते / एमओयू, पुस्तकें एवं लेखक, सम्मेलन, खेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, वैज्ञानिक अनुसंधान, महत्वपूर्ण दिन, विषय वस्तु, महत्वपूर्ण नियुक्तियां, महत्वपूर्ण पुरस्कार एवं सम्मान, देश और राजधानियां आदि ।

■ सामान्य अंग्रेजी (जनरल इंग्लिश) : रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, अनडिस्कवर्ड पैसेज, फिल इन द ब्लैंक्स, क्लोज टेस्ट, पैरा जम्बल्स, एरर स्पॉटिंग, स्पेलिंग एरर, सेंटेंस करेक्शन, सिनॉनिम्स एंड एंटोनिम्स, इडियम्स एंड फ्रेजेज, वोकेबुलरी, ग्रामर, टेंस, वर्ब, एडवर्ब, आर्टिकल्स, सेंटेंस रिअरेजमेंट, वर्ल्ड यूसेज, मल्टीपल मीनिंग / एरर डायरेक्शन, वर्ड स्वैप, कालम बेस्ड, मिसलेनियस ।
■ मात्रात्मक एवं तर्कक्षमता (क्वांटिटेटिव एंड रीजनिंग
एप्टीट्यूड) : संख्या प्रणाली, प्रतिशत, लाभ-हानि, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज, समय एवं कार्य, गति एवं दूरी, नाव एवं धारा, औसत, अनुपात और समानुपात, मिश्रण, डाटा व्याख्या, क्षेत्रमिति । सिटिंग अरेजमेंट, पहेली, तार्किक विचार, कोडिंग-डिकोडिंग, इनपुट-आउटपुट, ब्लड रिलेशन, असमानता, दिशा- निर्देश, सादृश्य, दर्पण छवियां, घड़ियां एवं कैलेंडर, दूरी और दिशा, रक्त संबंध, श्रृंखला आदि ।
■ कंप्यूटर ज्ञान (कंप्यूटर नॉलेज) : फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर, जनरेशन ऑफ कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर-हार्डवेयर, शॉर्टकट कुंजियां, नेटवर्किंग, इंटरनेट का बुनियादी ज्ञान, एमएस ऑफिस, डाटाबेस, कंप्यूटर का इतिहास, सुरक्षा उपकरण, इनपुट-आउटपुट डिवाइस, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, एमएस वर्ड, एमएस पावर प्वाइंट, एमएस एक्सेल, कंप्यूटर आर्किटेक्चर, कंप्यूटर हार्डवेयर, मेमोरी और डाटा स्टोरेज, नेटवर्किंग, कंप्यूटर सुरक्षा, इंटरनेट, वायरस आदि ।
परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें
■ बैंकिंग जागरुकता : अरिहंत प्रकाशन 
■ जनरल नॉलेज : लुसेंट पब्लिकेशन
■ इंग्लिश ग्रामर एंड कम्पोजिशन, लेखक : रेन एंड मार्टिन 
■ ऑब्जेक्टिव इंग्लिश ग्रामर, लेखक : एसपी बख्शी
■ सरल अंकगणित, लेखक : आरएस अग्रवाल
■ क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, लेखक : आरएस अग्रवाल
■ वर्बल एंड नॉनवर्बल रीजनिंग, लेखक : आरएस अग्रवाल 
■ ए न्यू एप्रोच टू रीजनिंग : बीएस सिजवाली एवं इंदु सिजवाली 
■ ऑब्जेक्टिव कंप्यूटर नॉलेज एंड लिटरेसी : किरण प्रकाशन
■ कंप्यूटर जागरूकता : अरिहंत प्रकाशन
ये टिप्स भी अपनाएं
अध्ययन योजना बनाएं

पढ़ाई के लिए समय निकालना तभी सार्थक है जब आप वास्तव में अपनी योजना पर टिके रहें । परीक्षा के लिए पढ़ाई करना एक मैराथन होगा, न कि एक स्प्रिंट, इसलिए सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए समान समय व्यतीत हो । परीक्षा के लिए पिछले एक सप्ताह का अध्ययन पालन देखें। उम्मीदवार प्रत्येक सेक्शन की तैयारी के लिए समान समय समर्पित करें और परीक्षा समय तक कोई विषय तैयार करने के लिए न बचे। 
टाइम टेबल बनाकर पढ़ें
पढ़ाई का टाइम टेबल एक सुविधाजनक, आसान सा रास्ता है जो कि आपको अपने पढ़ने के समय पर नियंत्रण रखने में सहायता प्रदान करता है। यदि आप भी इस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करना बेहतर होगा। अच्छी तैयारी के लिए एक दिन में न्यूनतम आठ घंटे पढ़ाई बेहद जरूरी है। आप क्षमता के अनुसार इस समय को बढ़ा सकते हैं। टाइम टेबल में सभी विषयों को बराबर समय दें। कमजोर विषयों को अधिक समय दें।
नियमित रिवीजन करें
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विषयों के नियमित रिवीजन की आवश्यकता होती है। रिवीजन आपके ज्ञान मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आपको लगे कि आपकी तैयारी पूरी हो गई है तो विषयों का अच्छी तरह से रिवीजन करें। इसके लिए समय निर्धारित कर लें। याद रखने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण अवधारणाओं, सूत्रों और अभ्यास प्रश्नों की समीक्षा करें। इससे आपकी परीक्षा की तैयारी दूसरों से बेहतर हो जाएगी।
नोट्स बनाएं
किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए नोट्स बनाना काफी अहम होता है। इसके कई फायदे होते हैं जिसके कारण अभ्यर्थी नोट्स बनाकर पढ़ाई करते हैं। अगर आप नोट्स बनाते है तो इससे आपकी लेखन में सुधार आता है। इससे संबंधित विषय बहुत ही आसानी से लंबे समय तक याद रहता है। आप नोट्स में किसी सवाल को अपनी भाषा में लिख सकते हैं, जिसे बाद में आसानी पढ़ और याद कर सकते हैं।
मॉक टेस्ट से अभ्यास करें
■ परीक्षा की बेहतर तैयारी में मॉक टेस्ट अहम भूमिका निभाते हैं। सिलेबस को कवर करने के बाद मॉक टेस्ट का प्रैक्टिस किया जाना चाहिए। यह आपको परीक्षा प्रारूप को समझने, समय प्रबंधन में सुधार करने और आपकी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने में मदद करते हैं। परीक्षा के माहौल को अनुकूल बनाने के लिए नियमित रूप से मॉक टेस्ट का प्रयास करें। अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करें।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें
■ पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल किए बिना परीक्षा की तैयारी अधूरी रहेगी। इसलिए पुराने प्रश्न पत्रों को देखना बहुत ही आवश्यक है। पुराने प्रश्न पत्रों को हल करने से उम्मीदवारों को उनके कमजोर बिंदुओं और मैनेजमेंट स्किल का अंदाजा लगाने में मदद मिलती है। इससे प्रश्न को हल करने की गति और सटीकता में सुधार होगा। साथ ही इससे आपको इस बात का भी पता चलेगा कि हर साल किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं। कमजोर क्षेत्रों पर काम करें

■ परीक्षा की तैयारी करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि कोई विषय परीक्षा में आपकी कमजोरी न बनें। आप जिस विषय में कमजोर है उस पर ध्यान दें और उस विषय में अच्छी पकड़ बनाने का प्रयास करें। अपने ज्ञान मजबूत करने के लिए सलाहकारों, ऑनलाइन संसाधनों या कोचिंग संस्थानों से मदद ले सकते हैं। इससे आपको काफी फायदा होगा और आपका ज्ञान हर विषय में बहुत अच्छा हो जाएगा।

Rupesh Kumar

रूपेश कुमार: शिक्षा विशेषज्ञ और लेखक के विषय में। रूपेश कुमार एक समर्पित शिक्षाविद् और लेखक हैं, जिनके पास शिक्षा के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है। उन्होंने शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन अध्ययन और शोध किया है, और अपने ज्ञान को छात्रों और सहकर्मियों के साथ साझा करने में विश्वास रखते हैं। रूपेश ने शिक्षा की प्रभावी विधियों, शिक्षण तकनीकों और छात्र विकास पर कई लेख और पुस्तकें लिखी हैं। उनका उद्देश्य शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और रोचक बनाना है, ताकि हर छात्र अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त कर सके। इस वेबसाइट पर नौकरी और शिक्षा से संबंधित जानकारी दी जाती है। यह सरकारी वेबसाइट नहीं है। Facebook profile URL https://www.facebook.com/profile.php?id=100008285203586

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