वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए रणनीति ऐसे बनाए और तैयारी इस प्रकार करें।

वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए रणनीति ऐसे बनाए और तैयारी इस प्रकार करें।

आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के सपने को साकार करने में देश के युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस दिशा में अग्निपथ योजना उन्हें एक कदम और आगे ले जाएगी। सशस्त्रत्त् बलों में शामिल होकर राष्ट्र की सेवा करने का यह एक सुनहरा अवसर है। भारतीय वायुसेना ने अग्निवीर भर्ती की अधिसूचना जारी कर दी है। इसकी लिखित परीक्षा 22 मार्च 2025 से होगी। अगर आप भी इसमें नौकरी कर देशसेवा करने की इच्छा रखते हैं तो आपको इसके लिए निर्धारित योग्यता और शर्तों को पूरा करना होगा। इसमें सफल होने के लिए कई तरह की स्ट्रेटजी तैयार करनी पड़ती है। गणित और अंग्रेजी विषयों पर फोकस पर इस परीक्षा को पास कर सकते हैं।

विषयवार करें परीक्षा की तैयारी

परीक्षा की तैयारी के लिए पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझना आवश्यक होता है। इससे सभी विषयों को शामिल कर एक रणनीति विकसित करने में मदद मिलती है। उम्मीदवारों को पूरे पाठ्यक्रम का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए। प्रश्न पत्र में अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, तर्कशक्ति एवं सामान्य जागरुकता विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। इन विषयों पर ध्यान केंद्रित कर तैयारी करें तो सफलताअवश्य मिलेगी।

अंग्रेजी (इंग्लिश) : ये सेक्शन आपके अंग्रेजी भाषा की दक्षता का आकलन करती है। अपनी ताकत और कमजोरियों का मूल्यांकन करके इस सेक्शन की तैयारी की शुरुआत करें। यह आत्म-मूल्यांकन आपको उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा जिन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए जितना हो सके उतना इस विषय को पढ़ें। अपनी शब्दावली और व्याकरण को मजबूत करने के लिए अंग्रेजी समाचार पत्र, पत्रिकाएं, किताबें और उपन्यास पढ़ने की आदत डालें। व्याकरण के नियमों को सीखें और उनका अभ्यास करें।

भौतिकी (फिजिक्स) : यह विषय थोड़ा कठिन और चुनौतीपूर्ण होता है। इसलिए तैयारी के साथ आगे बढ़ने से पहले अवधारणाओं और सिद्धांतों को अच्छी तरह से समझना होगा। जिन अभ्यर्थियों के फंडामेंटल क्लियर हैं, वे अपनी तैयारी को प्रभावी तरीके से कर पाएंगे। सबसे पहले सरल व अधिक समझ वाले टॉपिक की पुनरावृत्ति करें। रटने की बजाय अवधारणाओं को समझें। सूत्रों के लिए एक अलग नोटबुक बनाएं और उससे अपडेट रहें।

गणित (मैथमेटिक्स) : इस सेक्शन से प्रश्न प्रतियोगी की संख्यात्मक कौशल व जानकारी की क्षमता जांचने के उद्देश्य से तैयार किए जाते हैं। इस क्षेत्र में अपना स्कोर सुधारने के लिए गणित में मजबूत पकड़ बनानी होगी। गणित में खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण विषय के बेसिक सिद्धांतों के बार में अज्ञानता है। परीक्षा में अपना श्रेष्ठतम देने के लिए गणित में निपुण होना अति आवश्यक है। गणित के प्रश्नों को हल करने के लिए, प्रासंगिक सूत्रों, कुछ शॉर्टकट तकनीकों आदि को याद रखना जरूरी है।

तर्क एवं सामान्य जागरुकता (रीजनिंग एंड जनरल अवेयरनेस) : तार्किक तर्क परीक्षाओं का मूल लक्ष्य किसी उम्मीदवार की पैटर्न, संख्यात्मक अनुक्रम, कनेक्शन और रूपों को समझने की क्षमता का आकलन करना है। इस क्षेत्र में प्रश्नों को हल करने के लिए ठोस विश्लेषणात्मक कौशल की आवश्यकता होती है। सामान्य ज्ञान परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मदद करता है। समसामयिक मामलों, सरकारी योजनाओं और हालिया मुद्दों पर विशेष ध्यान दें। रटने की आदत छोड़कर कांसेप्ट समझने की आदत डालनी होगी।

ये टिप्स भी अपनाएं

अध्ययन योजना बनाएं : परीक्षा में बहुत ही उच्चस्तर की प्रतिस्पर्धा होती है, इसलिए कम्पटीशन में आगे रहने के लिए अभ्यर्थियों को एक प्रभावी अध्ययन योजना बनानी चाहिए। क्या पढ़ना है, क्या दोहराना है और क्या अभ्यास करना है, इसके लिए एक समय सारिणी बनाकर परीक्षा की तैयारी करें। अध्ययन योजना आपको परीक्षा में अच्छे स्कोर के साथ उत्तीर्ण करने में सहायता करेगा। योजना के साथ पढ़ाई करने से आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

नियमित रिवीजन करें : रिवीजन परीक्षा की तैयारी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो अभ्यर्थी परीक्षा से पहले कई बार सभी विषयों का रिवीजन पूरा कर लेता है, वह बहुत अच्छा स्कोर प्राप्त कर सकता है। इसलिए, सलाह दी जाती है कि परीक्षा की तैयारी के लिए सभी महत्वपूर्ण विषयों का अध्ययन करने के बाद उन्हें रिवाइज करें। नियमित रिवीजन आपको उन अवधारणाओं को लंबे समय तक याद रखने में मदद करता है जिनका आपने अध्ययन किया है।

संक्षिप्त नोट्स बनाएं : परीक्षा से पहले रिवीजन के समय संक्षिप्त नोट्स आपकी मदद करते हैं, इसलिए पुस्तकें पढ़ने के बाद महत्वपूर्ण अवधारणाओं के लिए एक पंक्ति में संक्षिप्त नोट्स बनाएं। साथ ही, समाचार पत्र में महत्वपूर्ण विषयों के लिए संक्षिप्त नोट्स बनाने की सलाह दी जाती है क्योंकि परीक्षा में करंट अफेयर्स के भी प्रश्न होते हैं। इससे आपकी समझ मजबूत होती है। इसके अलावा आपके समय की भी बचत होती है।

फिजिकल टेस्ट की तैयारी भी जरूरी : अग्निवीर वायु में सिलेक्शन के लिए लिखित परीक्षा जरूरी तो होती ही हैं, इसके साथ-साथ फिजिकल टेस्ट भी जरूरी है। यदि आप लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, लेकिन फिजिकल टेस्ट पास नहीं कर पाते तो अग्निवीर में आपका सिलेक्शन नहीं होगा। इसीलिए लिखित परीक्षा के साथ-साथ फिजिकल टेस्ट की तैयारी भी नियमित रूप से करते रहना चाहिए।

शारीरिक दक्षता परीक्षा

● दौड़ : 1.6 किलोमीटर की दौड़ पुरुष उम्मीदवारों को सात मिनट और महिलाओं को आठ मिनट में पूरी करनी होगी।

● स्क्वाट: पुरुष – 20 और महिला – 15

● सीट-अप्स : पुरुष – 10 और महिला – 10

● पुश-अप्स (केवल पुरुष) : 10

● सूचना : फिजिकल फिटनेस टेस्ट में पास होना अनिवार्य है

● अडेप्टेबिलिटी टेस्ट-1 : यह परीक्षण यह निर्धारित करेगा कि विभिन्न प्रकार के स्थानों, मौसम की स्थिति, परिचालन स्थितियों में तैनाती कितनी अच्छी तरह काम करती है।

● अडेप्टेबिलिटी टेस्ट-2 : भारतीय वायु सेना अग्निवीर चयन प्रक्रिया 2024 के हिस्से के रूप में, यह परीक्षण मूल्यांकन करता है कि उम्मीदवार भारतीय वायु सेना के विशिष्ट वातावरण को कितनी अच्छी तरह अनुकूलित कर सकते हैं और क्या वे सैन्य जीवन शैली को आसानी से समायोजित कर सकते हैं। यह भारतीय वायु सेना में आने वाली चुनौतियों और मांगों को संभालने के लिए आवेदक की क्षमता की जांच करता है। इसका उद्देश्य ऐसे उम्मीदवारों की तलाश करना है जो सहजता से अनुकूलन कर सकें।

चयन प्रक्रिया

● ऑनलाइन परीक्षा, शारीरिक दक्षता, मेडिकल टेस्ट और दस्तावेज सत्यापन के आधार पर चयन होगा।

पाठ्यक्रम

● अंग्रेजी : रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, अनडिस्कवर्ड पैसेज, फिल इन द ब्लैंक्स, क्लोज टेस्ट, पैरा जम्बल्स, स्पेलिंग एरर, सेंटेंस करेक्शन, सिनॉनिम्स एंड एंटोनिम्स, इडियम्स एंड फ्रेजेज, वोकेबुलरी, ग्रामर, टेंस, आर्टिकल्स,वर्ड यूसेज।

● गणित : संख्या प्रणाली, लघुत्तम, महत्तम, दशमलव, लाभ, हानि,अनुपात, समानुपात, चक्रवृद्धि ब्याज, साधारण ब्याज, प्रतिशत, औसत, मिश्रण, गति, समय और दूरी, समय और कार्य, साझेदारी, वर्ग और घन, वर्गमूल और घनमूल।

● भौतिकी: पदार्थ और विकिरण, प्रकाशिकी,विद्युत चुम्बकीय तरंगें, परमाणु और नाभिक, इलेक्ट्रोस्टाटिक्स तरंगे, विद्युत चुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धाराएं, करंट और चुंबकत्व के चुंबकीय प्रभाव, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।

● तार्किक तर्क : चित्र शृंखला, ब्लड रिलेशन,इनपुट-आउटपुट, अक्षरांकीय शृंखला, सिटिंग अरेजमेंट, पहेली, कोडिंग-डिकोडिंग, रैकिंग, डायरेक्शन, वर्णमाला परीक्षण

● सामान्य जागरुकता : करेंट अफेयर्स, देश और मुद्राएं, बाइनरी लॉजिक, क्लासीफिकेशन, सोलर सिस्टम, एनालोगिस, भारतीय के राज्य और राजधानियां।

ऑनलाइन परीक्षा का प्रारूप

● साइंस विषय (वर्ग-1) : इसमें इंग्लिश, फिजिक्स और मैथ्स विषयों से सवाल पूछे जाएंगे। यह बारहवीं स्तर के होंगे। परीक्षा के लिए 60 मिनट का समय दिया जाएगा।

● अन्य विषय (वर्ग-2) : इसमें इंग्लिश, रीजनिंग एंड जनरल अवेयरनेस के प्रश्न होंगे। इंग्लिश के प्रश्न 12वीं स्तर के होंगे। परीक्षा की अवधि 45 मिनट होगी।

● साइंस और अन्य विषय (वर्ग-3) : इस वर्ग में चारों विषयों इंग्लिश, फिजिक्स, मैथ्स तथा रीजनिंग और जनरल अवेयरनेस से सवाल पूछे जाएंगे। इस परीक्षा के लिए 85 मिनट का समय दिया जाएगा।

● वर्ग-1 वाले अभ्यर्थी वर्ग-3 की परीक्षा में भी बैठ सकते हैं। इन्हें फॉर्म में इसका विकल्प देना होगा।

● गलत उत्तर देने पर नेगेटिव मार्किंग होगी। प्रत्येक गलत उत्तर पर .25 अंक काटे जाएंगे।

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